sansaar sadhna ki prayogshala....Price- 10 Rs/- ( only digital copy available )
इस पुस्तक के कुछ अंश ...
संसार : साधना की प्रयोगशाला
ये संसार क्या है ? कोई कहता संसार
झंझट है । किसीने कहा – दु:खों की खान है । कोई कहता है अशांति
का घर है । तो किसीने कहा कि संसार धर्मशाला है । मैं कहता हूँ संसार साधना की प्रयोगशाला
है ।
मनुष्य ही मनुष्य का वैरी बन गया है । जिस धरती पर पैदा हुआ
उसी धरती को - उसी दुनिया को बिगाड़ने पर तुला है । और अपने
को समझदार मान रहा है ।
संसार एक सबसे बड़ी प्रयोगशाला है । इस प्रयोगशाला में साधना
के प्रयोग चल रहे हैं परंतु अफ़सोस इस बात का है कि जिन्होंने सफल सार्थक जीवन जीने
के प्रयोग किये और सफल हुए - उनकी की हुई साधना को अपनानेवाले साधक विरले
ही हैं । अक्सर गलत साधनाएं या अनावश्यक साधनाएं बढ़ गई हैं ।
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